NBPNEWS/मोहला,14 नवंबर 2025। जिला मुख्यालय मोहला में मंगलवार को किसानों का विशाल जनसैलाब उमड़ा। जिले के विभिन्न ग्राम—गोटाटोला, मोहला, चौकी, भोजटोला, वासड़ी, कौड़ीकसा, विचारपुर, खड़गांव, भरीटोला, मानपुर, औंधी, सीतागांव—से आए हजारों किसानों ने मुआवजा, कर्ज़ माफी और धान खरीदी की मांगों को लेकर जोरदार रैली निकाली और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। बेमौसम बारिश से फसल और करपा के पूरी तरह भीगकर खराब होने के बाद किसान भारी आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।
धान खरीदी केंद्र मोहला में एकत्रित किसानों ने क्रमवार मंच से अपनी बात रखी और फिर विशाल रैली के रूप में जिला कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। इस कार्यक्रम में सुरजीत सिंह ठाकुर, अजय राजपूत, उदेराम साहू, पुना राम गुनेंद्र, मन्नू राणा, घसिया नाग, राजेंद्र जुरेशिया, राजकुमार ध्रुव, बालचंद कोरेटी सहित कई पदाधिकारी और ग्रामीण उपस्थित रहे।
“सरकार को एक-एक दाना धान खरीदना ही होगा”—विधायक मंडावी
किसान सभा को संबोधित करते हुए विधायक इंद्रशाह मंडावी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार किसानों के प्रति संवेदनशील नहीं है। उन्होंने कहा कि—
“उद्योगपतियों की सरकार किसानों को परेशान कर रही है। धान खरीदी में ना बारदाना मिलता है, ना समय पर टोकन। कोचियों का धान आसानी से बिक जाता है, लेकिन किसान लाइन में खड़े रहते हैं। मैं किसान-जवान के अधिकारों की लड़ाई आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा।”
उन्होंने खाद, डीएपी की किल्लत, जर्जर सड़कें, टूटे स्कूल भवन और प्रशासनिक उपेक्षा को किसानों की समस्याओं का मुख्य कारण बताया।
“प्राकृतिक आपदा से पीड़ित किसानों को राहत दे सरकार”—प्रवक्ता देवानंद कौशिक
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता देवानंद कौशिक ने कहा कि भाजपा सरकार आने के बाद किसानों की स्थिति बदतर हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि -
“बीज, खाद, धान खरीदी—हर मोर्चे पर सरकार विफल है। मोंथा तूफान और बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों को सरकार सहायता देने की बजाय रकबा काटकर अन्याय कर रही है।”
उन्होंने मांग की कि सरकार तत्काल फसल क्षति का सही मूल्यांकन कर मुआवजा दे।
किसानों की प्रमुख मांगें
किसानों ने कई मांगों को लेकर एकजुट होकर प्रदर्शन किया। मुख्य मांगें इस प्रकार हैं—
फसल क्षति का त्वरित आंकलन
किसानों का कर्ज़ माफ
धान की यथास्थिति में खरीदी
वन पट्टाधारी व सीलिंग भूमि धारकों का शीघ्र अग्रेष्टेक पंजीयन
गोटाटोला और खड़गांव में जिला सहकारी बैंक खोलना
बिजली बिल हॉफ योजना पुनः शुरू करना
जिले में अवैध शराब पर रोक
जर्जर सड़कों की तत्काल मरम्मत
कलेक्टर के पास ज्ञापन देने पर अड़े किसान
रैली के बाद किसान जिला कार्यालय पहुंचे। प्रशासन की ओर से एसडीएम डॉक्टर हेमेंद्र भूआर्य ज्ञापन लेने पहुंचे, लेकिन किसान कलेक्टर को ही ज्ञापन सौंपने पर अड़े रहे। भारी नारेबाजी के बीच विधायक इंद्रशाह मंडावी ने विभागों की लापरवाही, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली-पानी की दयनीय स्थिति पर कड़ी आलोचना की।
कलेक्टर के नहीं आने पर स्थिति कुछ देर गर्म रही और “कलेक्टर हटाओ” के नारे लगे। अंततः किसानों ने एडीएम मरकाम को ज्ञापन सौंपा।
किसानों में उबाल, समाधान की राह देखता जिला
जिले भर में हजारों किसानों की मौजूदगी ने साफ कर दिया कि फसल क्षति, कर्ज़, धान खरीदी और प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर असंतोष गहरा चुका है। किसान अब ठोस निर्णय और त्वरित राहत की उम्मीद में हैं। सरकार इन मुद्दों पर क्या कदम उठाती है, यह आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा।
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