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देवरसुर में आस्था का महासागर, कार्तिक पुर्णिमा पर हजारों भक्तों ने लिया दुर्गा मोती माता का आशीर्वाद

NBPNEWS/मोहला, 09नवंबर 2025
विकासखंड अंबागढ़ चौकी के ग्राम देवरसुर स्थित वन देवी दुर्गा मोती माता मंदिर में कार्तिक पुर्णिमा के पावन अवसर पर 4 और 5 नवंबर को दो दिवसीय कार्तिक पुन्नी महोत्सव 2025 का भव्य आयोजन संपन्न हुआ।
श्रद्धा, भक्ति और आस्था से ओतप्रोत इस आयोजन में दूर-दूर के गांवों से हजारों श्रद्धालु पहुंचे और माता के दर्शन कर पुण्यलाभ अर्जित किया।
पहले दिन भक्ति गीतों की गूंज से महका मंदिर परिसर

आयोजन के पहले दिन शाम 7 बजे से माता जस गायन का शुभारंभ हुआ। क्षेत्र के विभिन्न गांवों से आए बच्चों ने पूरी रात भक्तिमय रिकार्डिंग डांस प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।
मंदिर परिसर भक्ति गीतों, माता रानी के जयकारों और दीपों की रोशनी से आलोकित होकर एक दिव्य वातावरण में परिवर्तित हो गया।
कार्तिक पुर्णिमा की सुबह हुआ पुण्य स्नान

महोत्सव के दूसरे दिन तड़के 4 बजे से ही देव तालाब में श्रद्धालुओं का तांता लग गया।
ठंडी हवाओं के बीच भक्तों ने पुण्य स्नान किया और दुर्गा मोती माता के चरणों में गेंदा फूल व धान की बाली अर्पित की।
मान्यता है कि माता को समृद्धि का प्रतीक धान की बाली और ज्ञान-बुद्धि का प्रतीक पीला गेंदा फूल अत्यंत प्रिय है।
झांकी व जस गायन से झूम उठा देवरसुर

दोपहर 12 बजे से जय मां शीतला जस झांकी परिवार रेवाडीह और जय अंबेश्वरी जस झांकी परिवार मोंगरा बैराज द्वारा माता के विभिन्न रूपों की रंगारंग झांकियां प्रस्तुत की गईं।
इन झांकियों ने उपस्थित जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्तों ने जयकारों और तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।

विशाल भंडारे में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

दोपहर 12 बजे से प्रारंभ हुआ विशाल भंडारा देर रात 10 बजे तक चलता रहा।
हजारों श्रद्धालुओं ने माता के प्रसाद का आनंद लिया और सामूहिक भक्ति भाव में डूबे रहे।
मां के भव्य दरबार में दिनभर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता रहा।
भक्तों ने कहा – ऐसा आयोजन पहले कभी नहीं देखा

आयोजन में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि 12 गांवों की सहभागिता से यह कार्यक्रम अब तक का सबसे भव्य और अनूठा आयोजन रहा।
लोग दूर-दूर से माता के चरणों में पहुंचे, अपने दुख-दर्द साझा किए और आशीर्वाद लेकर लौटे।
कार्यक्रम को सफल बनाने में मेटेपार, कौड़ीकसा, भगवानटोला, मुरेटीटोला, बेलरगोंदी, हलामीटोला, तारमटोला, देवरसुर, हितकसा, धारणी, वर्चाकुटुंब और मुंगेशीटोला ग्रामवासियों का विशेष सहयोग रहा।
जयकारों से गूंज उठा पूरा क्षेत्र

महोत्सव के समापन पर पूरा वातावरण “जय दुर्गा मोती माता की जय” के जयकारों से गूंज उठा।
श्रद्धालुओं ने माता से सुख, शांति और समृद्धि की कामना करते हुए अगले वर्ष पुनः मिलने का संकल्प लिया।

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