NBPNEWS/मानपुर /23 नवंबर 2025 । ट्रिपल इंजन की भाजपा सरकार के कार्यकाल में खून से रंग रहा है एन एच 930, इन दिनों मौत का हाईवे बनता जा रहा है नेशनल हाइवे 930। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं ने क्षेत्रवासियों को दहशत और गुस्से में डाल दिया है। मिली जानकारी के अनुसार आज शाम माल्हार मोड़ (मानपुर )के पास गड्ढे से बचने के लिए रेत - गिट्टी से भरी सफेद बोरियां को नेशनल हाइवे के ठेकेदार द्वारा रखवाया गया है।जिसमें बाइक सवार बेलगांव निवासी श्रीराम कोमरे और महिला सकारो बाई टक्कर खा गए और सामने से आ रहे बाइक सवार सोमदेव घावड़े (नेडगांव) से जा भिड़े। भिड़ंत इतना जोरदार था कि दोनों बाइक चालक की मौत हो गई वही महिला गंभीर रूप से घायल है जिसका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर में चल रहा है। जिससे जनाक्रोश चरम पर पहुंच गया है।
ग्रामीणों का कहना है कि खराब और गड्ढेदार सड़कें अब उनके परिवारों की जान ले रही हैं, जबकि जिम्मेदार विभाग नेशनल हाइवे एस डी ओ और ठेकेदार व जिला प्रशासन लगातार लापरवाही करते आ रहे हैं।
खराब सड़कें बनी मौत का कारण
NH-930 कई महीनों से खस्ताहाल है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे, किनारे पड़ी निर्माण सामग्री, अधूरी मरम्मत और बिना चेतावनी बोर्ड के छोड़े गए कार्य दुर्घटनाओं को खुला निमंत्रण दे रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क सुधार को लेकर न तो नेशनल हाइवे डिवीजन के अधिकारी गंभीर हैं और न ही ठेकेदार कोई ध्यान दे रहा है।
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पांचवीं अनुसूची क्षेत्र की अनदेखी
मोहला- मानपुर—अंबागढ़ चौकी का यह पूरा क्षेत्र पांचवीं अनुसूची में आता है, जहां सरकार का दायित्व और भी अधिक होता है। लेकिन 2016 बैच की कलेक्टर तूलिका प्रजापति कतई गंभीर दिखाई नहीं दे रही है।
वही लोगों का कहना है कि प्रशासन की निष्क्रियता और विभागीय उदासीनता का खामियाजा उन्हें अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है।
लापरवाह ठेकेदार और निष्क्रिय प्रशासन पर उठ रहे सवाल
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खराब सड़क की मुख्य वजह ठेकेदार की लापरवाही व नेशनल हाइवे 930 के एस डी ओ की निगरानी में कमी है।
लोगों के बीच यह गुस्सा तेजी से बढ़ रहा है कि बेकार सड़क बनाने व काम पूरा न होने के बावजूद ठेकेदारों को दूसरी बड़ी सड़क परियोजनाएं दे दी गई हैं।
“कन्हैया लाल अग्रवाल ठेकेदार के खिलाफ FIR हो” – फिर से उठी मांग
इसी हादसे के बाद सोशल मीडिया, खासकर व्हाट्सएप समूहों में सोमवार को संभावित चक्काजाम की चर्चा तेज हो गई है।
ग्रामीणों का कहना है कि वे सड़क पर बैठकर विरोध करेंगे और कन्हैया लाल अग्रवाल ठेकेदार के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग करेंगे।
पूर्व में भी 8 नवंबर 2025 को कांग्रेसी और क्षेत्र वासी चक्काजाम कर ठेकेदार के खिलाफ एफ आई आर की मांग किए थे। बावजूद विभाग ने एक सप्ताह में जांच उपरांत कार्यवाही का आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों शांत किए थे।
क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से उठता भरोसा
केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार होने के बावजूद धरातल में सुशासन नहीं हो पा रहा है। सड़क के लिए बार बार जनता को धरना प्रदर्शन विरोध करना पड़ता है। मोहला मानपुर अं चौकी क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य और आदिवासी नेतृत्व में है। लेकिन नेता अपने लोगों के लिए अच्छी सड़क तक नहीं बनवा पा रहे हैं। क्या इसी दिन के लिए ट्रिपल इंजन की बात कह कर वोट मांगी गई थी।
सूत्रों के अनुसार, बढ़ते आक्रोश को देखते हुए समर्थन में व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी सोमवार को बंद रह सकते हैं।
सबसे बड़ा सवाल: और कितनी जान लेंगे?
लोगों में यह डर और नाराज़गी है कि
यही ठेकेदार राजनांदगांव–मानपुर मार्ग का निर्माण करने वाला है
और खैरागढ़–राजनांदगांव स्टेट हाइवे का निर्माण भी उसी को दिया गया है
ऐसे में क्षेत्रवासियों के मन में सबसे बड़ा प्रश्न है
“क्या अब इन सड़कों पर भी मासूमों की जान जाएगी?
कितने और परिवार उजड़ेंगे?”
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