जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी की आठ वर्षीय नन्हीं सोनिया की कहानी आज पूरे जिले के लिए प्रेरणा बन गई है। ग्राम ताडो की रहने वाली सोनिया, जो प्राथमिक शाला ताडो में कक्षा दूसरी की छात्रा है, ने अपने साहस और जिला स्वास्थ्य व्यवस्था के सहयोग से एक गंभीर बीमारी को मात दी है।
सोनिया के पिता श्री उमेद कुमार और माता श्रीमती प्रतिमा के लिए वह घर की खुशियों की वजह है। लेकिन कुछ महीने पहले जब चिरायु दल मानपुर विद्यालय स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंचा, तो सोनिया की धड़कनों में असामान्य आवाज सुनाई दी। प्राथमिक जांच के बाद टीम ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर भेजा, जहाँ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुजाता शर्मा ने जांच कर बताया कि सोनिया को जन्मजात हृदय रोग (Congenital Heart Disease) है।
यह खबर परिवार के लिए किसी सदमे से कम नहीं थी, परंतु उम्मीद की किरण बनी चिरायु दल और जिला प्रशासन का सहयोग। डॉ. शर्मा ने सोनिया को आगे की जांच के लिए नारायणा हॉस्पिटल रायपुर रिफर किया। अक्टूबर 2024 में चिरायु टीम ने उसे रायपुर ले जाकर विस्तृत जांच कराई, जिसमें तत्काल सर्जरी की जरूरत बताई गई।
आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के लिए यह चुनौती बड़ी थी, लेकिन छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं और जिला प्रशासन की मदद से सोनिया का इलाज पूरी तरह निःशुल्क कराया गया।
25 मई 2025 को रायपुर स्थित नारायणा हॉस्पिटल में सोनिया का ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया।
कुछ दिनों के बाद 2 जून 2025 को डिस्चार्ज हुई सोनिया की आंखों की चमक और मासूम मुस्कान ने पूरे परिवार और स्वास्थ्यकर्मियों को भावुक कर दिया।
एक महीने बाद फॉलो-अप जांच में डॉक्टरों ने सोनिया को पूरी तरह स्वस्थ घोषित किया। आज वह पहले की तरह स्कूल जाती है, दोस्तों के साथ खेलती है और हर दिन नई ऊर्जा के साथ मुस्कुराती है।
यह सफलता केवल सोनिया के परिवार की नहीं, बल्कि उस मानवता और सेवा भावना की मिसाल है जो जिले के स्वास्थ्य अमले और प्रशासन ने मिलकर प्रस्तुत की।
इस पूरे प्रयास में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मानपुर, चिरायु दल मानपुर, जिला चिकित्सालय मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और जिला प्रशासन का अहम योगदान रहा, जिनकी वजह से आज सोनिया फिर से एक सामान्य और खुशहाल जीवन जी रही है।
“हर मुस्कान एक नई उम्मीद है — समय पर इलाज और सच्ची सेवा भावना किसी भी कठिनाई को मात दे सकती है।”
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