NBPNEWS/मोहला-मानपुर, 8 मार्च 2025। सामरिक मुख्यालय पानाबरस के अंतर्गत 44वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल की बीसीओबी परवीडीह द्वारा जिले के आदिवासी गांव सुडियाल में सिविक एक्शन प्रोग्राम और मेडिकल कैंप का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में सहायक सेनानी प्रीतम जनार्धन मेस्त्री, चिकित्सा अधिकारी डॉ. सागर ओफालकर, सामरिक मुख्यालय पानाबरस और बीसीओबी परवीडीह के पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन गांव के पटेल सहगुराम आचला की देखरेख में किया गया।
### **ग्रामीणों को दी गई आवश्यक सामग्री**
सामाजिक दायित्वों के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में ग्रामीणों को खेती-बाड़ी के औजार, जैसे गैंती, फावड़ा, खुरपी, छाता और बर्तन वितरित किए गए। यह पहल ग्रामीणों की आजीविका में सहायक सिद्ध होगी और उनके दैनिक जीवन को आसान बनाएगी।
### **मेडिकल कैंप में स्वास्थ्य परामर्श और नशामुक्ति जागरूकता**
डॉ. सागर ओफालकर के नेतृत्व में एक चिकित्सा परामर्श शिविर लगाया गया, जहां ग्रामीणों को आवश्यक दवाएं वितरित की गईं। साथ ही, उन्हें स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव के उपायों की जानकारी दी गई और संतुलित आहार के महत्व को समझाया गया।
इसके अलावा, ग्रामीणों को नशामुक्ति के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया। डॉक्टर और अधिकारियों ने नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए युवाओं से तंबाकू, शराब और अन्य नशीले पदार्थों से दूर रहने की अपील की। उन्होंने समझाया कि नशा न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है।
### **आईटीबीपी का सामाजिक योगदान जारी रहेगा**
सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत आईटीबीपी का यह प्रयास न केवल ग्रामीणों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने का है, बल्कि उनके सामाजिक और आर्थिक विकास में भी सहयोग देना है। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिससे ग्रामीणों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।
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