NBPNEWS/12नवंबर/जिला मोहला मानपुर अं चौकी:: अंबागढ़ चौकी क्षेत्र के ग्राम देवरसुर स्थित प्राचीन दुर्गा मोती माता मंदिर में 14-15 नवंबर को दो दिवसीय कार्तिक पुन्नी महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु शामिल होंगे। महोत्सव के पहले दिन, 14 नवंबर को रात 8 बजे से माता जस सेवा गीत कार्यक्रम होगा, जबकि 15 नवंबर को सुबह 4 बजे पुन्नी स्नान के बाद दुर्गा मोती माता का विशेष पूजन शुरू होगा। दिनभर विभिन्न गांवों से आए मंडलियों द्वारा जस गीत और जस झांकी का प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद सुबह 11 बजे विशाल भंडारे का आयोजन भी मंदिर विकास समिति द्वारा किया गया है।
मंदिर के पुजारी श्री नारायण सिंह सलामें ने बताया कि मान्यता है कि प्राचीन काल में चांदागढ़ के राजा की उपासना से प्रसन्न होकर देवी माता विभिन्न रूपों में राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में प्रकट हुई थीं। इन्हीं में से दुर्गा मोती माता का अद्भुत धड़ रूप टीपागढ़ में विराजमान था। कालांतर में, टीपागढ़ के पुजारी और सेनापति राजा की जल समाधि के बाद माता दुखी होकर देवरसुर की पहाड़ी वन में पाषाण रूप में स्थापित हो गईं। माना जाता है कि इस मार्ग में टीपागढ़ के तालाब का पवित्र जल स्रोत यहां के देव कुंआ और देव तालाब से मिलता है, जिससे पुन्नी स्नान का विशेष महत्व है।
दुर्गा मोती माता के प्रति श्रद्धालुओं में गहरी आस्था है। मंदिर के निर्माण का श्रेय एक मिश्रा परिवार को दिया जाता है, जिन्होंने 70 वर्ष पहले संतान प्राप्ति के वर के बाद इसे बनवाया। इसके अतिरिक्त, 50 वर्ष पूर्व ओंकार सेठ ने भी संतान प्राप्ति पर भगवानटोला में बावा कुटी का निर्माण कराया। चैत्र नवरात्र में इस शक्तिपीठ में ज्योति कलश भी स्थापित किया जाता है।
मंदिर में आसपास के बारह गांवों के लोग पूजन के बाद ही किसी भी शुभ कार्य या मेला आयोजन करते हैं। महोत्सव में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए भक्तिमय वातावरण, जस गीतों का प्रदर्शन और भंडारे का आयोजन विशेष आकर्षण का केंद्र होंगे।
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