NBPNEWS/05 अक्टूबर/मोहला मानपुर : कल वायरल हुए NBPNEWS की विडियो का असर, डलने लगी मोहला की सड़को में पानी, बता दे की मोहला की सड़कों की हालत अत्यंत खराब हो चुकी है, जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
वायरल विडियो इंस्टाग्राम 👉धूल से मर रहे हैं, मोहला के व्यापारी गण और जिला वासी प्रशासन मौन
वायरल विडियो यूटयूब 👉 धूल से मर रहे है, मोहला के व्यापारी गण और जिलेवासी प्रशासन मौन/ जिला मोहला मानपुर अं चौकी
पीडब्ल्यूडी विभाग और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही के चलते जिले की मुख्य सड़कों पर धूल और गड्ढों का अंबार लगा हुआ है। इस समस्या का सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों, बुजुर्गों और कामकाजी लोगों पर पड़ रहा है। रोज़मर्रा की जिंदगी में इन सड़कों से गुजरने वाले लोगों को न सिर्फ धूल का सामना करना पड़ता है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बना रहता है।
### व्यापारियों पर असर
सड़क किनारे अपने व्यवसाय चला रहे व्यापारी दिनभर धूल से लथपथ होकर काम करने को मजबूर हैं। धूल की वजह से उनके लिए व्यापार करना मुश्किल हो गया है, धीरे धीरे व्यापारी बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं। इस स्थिति में ग्राहक भी परेशान हैं, जिससे व्यापार में गिरावट आई है। प्रशासन व्यापारियों की इस दशा पर मुखबधिर बन बैठी थी।
जबकि व्यापार से ही छेत्रो का विकास संभव है, और मोहला की विकास को धूल भरी सड़के और पंगु बनी प्रशासन रोक रही थी।
### बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा खतरा
छोटे बच्चे जब स्कूल जाते हैं, तो उनके कपड़े और बैग धूल से भर जाते हैं। कई बार बच्चों को सांस लेने में तकलीफ होती है, खासकर जब बड़ी-बड़ी ओवरलोडेड गाड़ियां उनके पास से गुजरती हैं। सड़क पर उड़ती धूल की वजह से दुर्घटना की आशंका हमेशा बनी रहती है। बुजुर्गों को भी इस खराब स्थिति में यात्रा करना एक चुनौती बन जाता है। उनके लिए यह सड़के एक खतरनाक क्षेत्र बन चुकी हैं, जहां हर समय एक बड़ी दुर्घटना की संभावना होती है।
### स्वास्थ्य पर प्रभाव
धूल की अधिकता के कारण क्षेत्र में वायु प्रदूषण भी खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। एफिया एस जेम्स एम डी, एमपीएच, येल स्कूल ऑफ मेडिसिन के पब्लिश रिपोर्ट के अनुसार , वायु प्रदूषण से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं। वायु प्रदूषण फेफड़ों के कामकाज को प्रभावित कर सकता है, अस्थमा और COPD (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज) को बढ़ा सकता है और श्वसन तंत्र के संक्रमण और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। वायु प्रदूषण से दिल के दौरे का खतरा भी बढ़ता है, इससे कोरोनरी धमनी रोग और आघात होता है साथ ही एलर्जी और त्वचा संबंधी समस्याएं , बाल झड़ने और खुजली जैसी समस्याएं बढ़ जाती है । ज़्यादा ट्रैफ़िक वाले इलाकों में रहने वाले लोगों में वायु प्रदूषण–संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम ज़्यादा होता है।
### प्रशासन की अनदेखी
मोहला की सड़के तहसील कार्यालय और पुलिस थाना तक की स्थिति बेहद खराब है वरन पूरे जिले भर की सड़को की हालत जर्जर है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे थे ।जिले के जिम्मेदार अधिकारी, क्षेत्रीय विधायक और बीजेपी के बड़े नेता भी मुख्यालय के मुख्य मार्ग से महीनो से गुजर रहे हैं, लेकिन उनकी गाड़ियों में अच्छे सस्पेंशन और कार के शीशे बंद होने के कारण उन्हें इस समस्या का कोई खास फर्क नहीं पड़ रहा था । आम जनता की समस्या उनके लिए जैसे कोई मुद्दा ही नहीं था। शायद प्रशासन के पास कोई आवेदन या निवेदन नही गया, होगा जो इंतजार कर रही होगी की आवेदन आए तो निराकरण किया जाए। चूंकि काम देख कर भी आवेदन आने का इंतजार करने की आदत सी होगी।
### वाहन खराबी और दुर्घटनाएं
धूल और गड्ढों से भरी इन सड़कों पर वाहन भी तेजी से खराब हो रहे हैं। आए दिन गाड़ियां बिगड़ती हैं, जिससे लोगों का आर्थिक नुकसान हो रहा है। वहीं, सड़क पर धूल और खराब हालात के चलते दुर्घटनाओं की संख्या में भी इजाफा हो रहा था। प्रशासन की अनदेखी के चलते लोग अब असहाय महसूस कर रहे हैं।
### नवरात्रि में और बढ़ी समस्या
नवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालु छुरिया माता, दुर्गा मां और गढ़वाली माता के दर्शन के लिए जिले में आते हैं, लेकिन सड़कों की जर्जर स्थिति ने उनकी यात्रा को भी मुश्किल बना दिया है। जिले के लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि श्रद्धालुओं को इस स्थिति में यात्रा करने में कितनी कठिनाई होगी। नवरात्रि जैसे पावन अवसर पर जिले की सड़कों की ऐसी हालत ने प्रशासन की लापरवाही को दिखा रहा था बरहाल आज नवरात्रि की तीसरे दिन प्रशासन जागी और रास्तों में टैंकर के माध्यम से पानी डाल रही है।
###बारिश में भी हालत खराब
मुख्यालय में बारिश के माह में भी समस्या बनी रहती है, गड्डे दार सड़के और उसमे बारिश का पानी,चुकी सड़क की दोनो ओर नाली न होने के वजह से सड़क अपने आप में नाली की भूमिका अदा करता है। वही जब पानी सुख जाता है, गीली मिट्टी धूल का रूप लेकर लोगो को परेशान करती है, जोकि बरोमासी समस्या है।
### लोगों में बढ़ रहा आक्रोश
इन सभी समस्याओं के बावजूद, स्थानीय प्रशासन को सड़कों पर पानी डलवाने में महीनो लग गए, जिससे धूल को समय समय पर कम किया जा सके। मोहला के निवासी इस अनदेखी से आक्रोशित हो रहे थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि वे अपनी उम्मीदें किससे लगाए: सोई हुई प्रशासन से, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों से, या फिर उन नेताओं से जो केवल चुनाव के समय ही जनता के बीच नजर आते हैं।
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