आंदोलन से किसानों को धान पंजीयन और रबी फसल हेतु खाद-बीज वितरण में परेशानी का सामना करना पड़ा। कई किसान समितियों के चक्कर लगाते दिखे लेकिन हड़ताल के कारण उन्हें खाद-बीज नहीं मिल सका। कुछ समितियों में संचालित बचत बैंक की सेवाएं भी प्रभावित हुईं, जिससे खाता धारकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।
जिला संघ के अध्यक्ष भाईलाल देवांगन ने जानकारी दी कि संघ की तीन सूत्रीय लंबित मांगों के समर्थन में 22 अक्टूबर 2024 को मां छुरिया माता मंदिर प्रांगण में धरना प्रदर्शन के बाद दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री, सहकारिता मंत्री, रजिस्ट्रार और खाद्य सचिव के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा। यदि सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है, तो 4 नवंबर 2024 से सभी समिति कर्मचारी रायपुर में अनिश्चितकालीन आंदोलन करेंगे।
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