Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

कंदाड़ी संकुल: सामुदायिक सहभागिता और नवाचार का अद्वितीय उदाहरण


NBPNEWS/13 सितम्बर/ मोहला मानपुर चौकी जिले के अंतर्गत आने वाले कंदाड़ी संकुल ने सामुदायिक सहभागिता और नवाचार का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया है। इस संकुल ने जिले में पहली बार अपने सभी शालाओं में सेजेस स्कूल के तर्ज पर शत-प्रतिशत बच्चों को स्पोर्ट्स ड्रेस प्रदान कर, शिक्षा में एक नई पहल की है। इन ड्रेसों का उपयोग बच्चे प्रत्येक बुधवार और शनिवार को हाउस ड्रेस के रूप में करते हैं, साथ ही यह ड्रेस खेलकूद और अन्य गतिविधियों में भी पहनी जाती है। इस पहल से बच्चों की स्कूल में उपस्थिति और उनके शैक्षणिक उत्साह में वृद्धि देखी गई है।

कंदाड़ी संकुल के शैक्षिक समन्वयक केवल साहू ने बताया कि इस ड्रेस वितरण के पीछे का उद्देश्य बच्चों की रुचि को बढ़ाना और उनकी उपस्थिति को प्रोत्साहित करना है। इस पहल में पालकों और स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। कंदाड़ी संकुल के अंतर्गत आने वाली प्राथमिक और माध्यमिक शालाओं में कुल 332 बच्चों को स्पोर्ट्स ड्रेस वितरित की गई है। इसमें प्राथमिक शाला उमरपाल के 25, कनेरी के 85, कंदाड़ी के 65, जबकसा के 26, माध्यमिक शाला उमरपाल के 24, कनेरी के 50 और कंदाड़ी के 57 बच्चे शामिल हैं।

केवल साहू के मार्गदर्शन में इससे पहले भी कंदाड़ी संकुल ने कई नवाचार किए हैं। यह जिले का पहला संकुल है, जिसने सभी शालाओं में स्मार्ट टीवी के माध्यम से पढ़ाई शुरू की। इस पहल में शिक्षकों ने अपनी स्वयं की लागत से स्मार्ट टीवी खरीदे और उन्हें शालाओं में स्थापित किया, जिससे बच्चों को तकनीकी शिक्षा का लाभ मिल सका। स्मार्ट टीवी के जरिए बच्चों को अधिक प्रभावी और रुचिकर ढंग से पढ़ाई कराई जा रही है।
इस अनूठी पहल के लिए कंदाड़ी संकुल के शैक्षिक समन्वयक और शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) फत्तेराम कोसरिया, विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) राजेंद्र देवांगन, ब्लॉक रिसोर्स सेंटर (बीआरसी) के खोमलाल वर्मा और संकुल प्राचार्य रोहित अंबाडे ने सराहना की है और उन्हें बधाई दी है। 

कंदाड़ी संकुल की यह पहल सामुदायिक सहभागिता और शिक्षकों के प्रयासों का एक बेहतरीन उदाहरण है, जो जिले के अन्य संकुलों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है। यह कदम शिक्षा को अधिक समावेशी और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो बच्चों के समग्र विकास में सहायक सिद्ध हो रहा है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ