NBPNEWS/31अगस्त/मोहला मानपुर:हाल ही में स्वामी आत्मानंद हिंदी और अंग्रेजी माध्यम स्कूल, मानपुर में शिक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। स्कूल में सुबह 7:30 बजे से कक्षाओं की शुरुआत हो रही है, लेकिन प्रार्थना सभा का संचालन कई दिनों से चपरासी द्वारा किया जा रहा है। इससे स्कूल के अनुशासन और शिक्षा की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं।
इस मामले के NBPNEWS व अन्य मीडिया में प्रकाशन के बाद छत्तीसगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन ने इसे गंभीरता से लेते हुए, मोहला-मानपुर जिले के कलेक्टर और प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखा है। पत्र में एसोसिएशन ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्कूल के पदेन अध्यक्ष कलेक्टर और सचिव होने के बावजूद, शिक्षकों की लेटलतीफी और उनकी गैरमौजूदगी ने सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वामी आत्मानंद स्कूल व अधिकारीयों की छवि को नुकसान पहुंचाया है।
**असर**
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**पालकों की गैरमौजूदगी में हुआ विवाद का निपटारा, सवालों के घेरे में प्रबंधन**
वहीं, दूसरी ओर स्वामी आत्मानंद स्कूल में शिक्षा व्यवस्था को लेकर हुई शाला समिति और जनप्रतिनिधियों की बैठक में मामला सुलझाने की कोशिश की गई। लेकिन इस बैठक में सैकड़ो छात्रों के अभिभावकों को आमंत्रित नहीं किया गया, जिससे उनकी राय को नजरअंदाज किया गया।
बैठक में शामिल महज दस-बारह लोगों की सहमति से इस गंभीर मामले को निपटा दिया गया, जिससे स्कूल प्रबंधन की पारदर्शिता और ईमानदारी पर सवाल उठने लगे हैं। पालकों की अनुपस्थिति में बिना उनकी राय लिए इस प्रकार के फैसले को लेकर व्यापक असंतोष की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
छत्तीसगढ़ पेरेंट्स एसोसिएशन ने इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच और जिम्मेदार लोगों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका मानना है कि इस प्रकार की अनुशासनहीनता से शिक्षा विभाग की छवि धूमिल हो रही है, और इसकी अनदेखी भविष्य में गंभीर परिणाम दे सकती है।
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