NBPNEWS/मोहला मानपुर 11 मार्च 2025। मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले के ग्राम पंचायत मोहला के मरारपारा वार्ड में मंगलवार सुबह अचानक एक झोपड़ी में आग लग गई। इस आगजनी में झोपड़ी में रखा सारा दैनिक उपयोग का सामान सायकिल, बिस्तर और कपड़े जलकर खाक हो गया। यह घटना सुबह करीब 11 बजे की बताई जा रही है।
झोपड़ी से धुआं और आग की लपटें उठती देख आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। हालांकि, जब तक लोग आग पर काबू पाते, तब तक झोपड़ी पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। इस दौरान मोहला पुलिस और ग्राम पंचायत मोहला के उपसरपंच हेमंत राजपूत भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया लेकिन अग्निशामक को पहुंचने में हुई देरी।
### **आपदा प्रबंधन में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही**
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में फायर ब्रिगेड की देरी को लेकर भारी नाराजगी देखी गई। जिला मुख्यालय में मौजूद नई अग्निशमन वाहन धूल। खाते पड़ी है मौके पर नहीं पहुंच पाया, जिससे आग बुझाने में काफी देर हो गई। अंततः स्थानीय लोगों ने अपनी सूझबूझ से आग पर काबू पाया। बाद में अं चौकी नगर पंचायत फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सब कुछ जलकर राख हो चुका था।
### **अभी तक आग लगने का कारण स्पष्ट नहीं**
आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पीड़ित परिवार की पहचान सगनी बाई मरकाम के रूप में हुई है, जो मरारपारा मोहला की निवासी हैं। प्रशासन द्वारा इस आगजनी की जांच शुरू कर दी गई है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह दुर्घटनावश हुआ या किसी अन्य कारण से।
### **पीड़ित परिवार को मिलेगा मुआवजा**
घटना की सूचना मिलने पर तहसीलदार मोहला की टीम मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पंचनामा तैयार कर आगजनी से हुए नुकसान का आकलन कर पीड़ित परिवार को आपदा प्रबंधन के तहत मुआवजा देने की बात कही।
### **परिवार ने दामाद के घर में ली शरण**
इस आगजनी के कारण सगनी बाई मरकाम का घर पूरी तरह जल चुका है, जिसके चलते उनका परिवार फिलहाल अपने दामाद के घर में शरण लिए हुए है। प्रशासन से प्रभावित परिवार को त्वरित सहायता देने की मांग की जा रही है।
###** अपर कलेक्टर विजेंद्र पटले ने बताया कि आज की घटना अप्रिय थी ,अग्निशामक वाहन अं चौकी की संचालित अवस्था में है, वही मोहला की गाड़ी को पुलिस विभाग को सौंपा जा चुका है जो कि एक्टिव नहीं है। ऐसे में अं चौकी की गाड़ी मौके पर पहुंची थी।
### **स्थानीय प्रशासन से जवाबदेही की मांग**
इस घटना ने जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारियों की पोल खोल दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर फायर ब्रिगेड समय पर पहुंच जाता, तो नुकसान कम हो सकता था। जिले में फायर ब्रिगेट की दो वाहन है एक मोहला दूसरा अं चौकी, चुकी मोहला में अग्निशामक कर्मचारी नहीं है, ऐसे में चमचमाती नई वाहन खड़ी खड़ी धूल खा रही है। लोगों का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित प्रबंध किए जाएं और फायर ब्रिगेड की सुविधा को सुदृढ़ किया जाए।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस घटना से सबक लेते हुए आपदा प्रबंधन व्यवस्था को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाता है।
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