खड़गांव थाना क्षेत्र में छेड़खानी और मारपीट के मामले में फरार आरोपी को पुलिस ने चारामा, जिला कांकेर से गिरफ्तार कर लिया। यह मामला 16 मार्च 2025 की रात का है, जब दो आरोपियों ने एक महिला के घर में जबरन घुसकर उस पर हमला किया था। पुलिस ने इससे पहले एक आरोपी इकेष मंडावी को 18 मार्च को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया था, जबकि दूसरा आरोपी रमउ परचापी फरार था।
**क्या है पूरा मामला?**
पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि 15 मार्च की रात वह अपने पति और बच्चों के साथ घर में सो रही थी। 16 मार्च को रात करीब 1 बजे आरोपी रमउ परचापी और विकेश मंडावी जबरन उसके घर में घुस आए। उन्होंने बिजली बोर्ड से तार निकालकर अंधेरा कर दिया, जिससे कमरे में अंधेरा हो गया। इस दौरान, पीड़िता के बच्चे का पैर आरोपी के पैरों के नीचे आ गया, जिससे वह रोने लगा। जब पीड़िता ने टॉर्च जलाकर देखा, तो उसने रमउ और विकेश को पहचान लिया। इस पर दोनों आरोपी भाग निकले।
लेकिन आधे घंटे बाद, वे फिर लाठी-डंडों के साथ लौटे और दरवाजा तोड़कर घर में घुस गए। विकेश ने पीड़िता के कपड़े फाड़ दिए और छेड़खानी करने की कोशिश की। जब पीड़िता ने विरोध किया, तो आरोपियों ने लाठी-डंडों से हमला किया। पीड़िता के पति ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, तो रमउ ने उसका गला दबाने की कोशिश की। विकेश ने पीड़िता को जबरन घसीटकर कमरे से बाहर लाने का प्रयास किया, लेकिन पीड़िता और उसके पति ने हिम्मत दिखाते हुए मुकाबला किया और जोर-जोर से चिल्लाने लगे।
हंगामा बढ़ता देख दोनों आरोपी भाग निकले, लेकिन अपना बेल्ट और चप्पल घटनास्थल पर छोड़ गए। पीड़िता को नाक, बांह और कमर में चोटें आईं, जबकि उसके पति के गले और कमर पर गंभीर चोट लगी।
**गांव की बैठक के बाद पुलिस से शिकायत**
घटना के बाद गांव में एक बैठक बुलाई गई, लेकिन आरोपी इसमें नहीं पहुंचे। इसके बाद पीड़िता ने खड़गांव थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
**गिरफ्तारी की कार्रवाई**
पुलिस ने 18 मार्च को विकेश मंडावी को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया। फरार आरोपी रमउ परचापी की तलाश जारी थी, जिसे 22 मार्च को चारामा (जिला कांकेर) से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जिला जेल राजनांदगांव भेज दिया गया।
**पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका**
इस गिरफ्तारी में सब-इंस्पेक्टर जगमोहन कुंजाम, प्रधान आरक्षक रमेश कोरेटी और आरक्षक राहुल सिंह की विशेष भूमिका रही। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए फरार आरोपी को पकड़कर मामले का सफलतापूर्वक खुलासा किया।
यह घटना महिला सुरक्षा और कानून-व्यवस्था पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। लेकिन पुलिस की सतर्कता और तत्परता से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। अब न्यायालय में इस मामले की सुनवाई होगी और पीड़िता को न्याय मिलने की उम्मीद है।
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