सांगली स्थित शासकीय प्राथमिक, आश्रम और माध्यमिक शाला ने वनांचल क्षेत्र में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए एक नई पहल की है। इस पहल के अंतर्गत प्रत्येक शनिवार को शारीरिक शिक्षा, सांस्कृतिक कार्यक्रमों, बागवानी और अन्य रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास करना है।
इस कार्यक्रम में बच्चों के माता-पिता और शिक्षकों का विशेष योगदान है। उनके सामूहिक प्रयासों से इन गतिविधियों को सुचारू रूप से आयोजित किया जाता है, जिससे बच्चों को हर सप्ताह नए अनुभव प्राप्त होते हैं। विशेष रूप से इस शनिवार के लिए सभी छात्रों को ट्रैक सूट प्रदान किए गए, जिसे पाकर बच्चों में भारी उत्साह देखने को मिला। ट्रैक सूट न केवल बच्चों के लिए एक प्रोत्साहन है, बल्कि उनकी शारीरिक शिक्षा के प्रति गंभीरता और अनुशासन की भावना को भी बढ़ावा देता है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों में न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है, बल्कि उनके मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए भी कई गतिविधियां की जाती हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए बच्चों को अपनी प्रतिभाओं को निखारने और आत्मविश्वास बढ़ाने का अवसर मिल रहा है। वहीं, बागवानी जैसे कार्यक्रमों से बच्चों को प्रकृति के करीब लाने और पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करने का प्रयास किया जा रहा है।
शासन के नियमों के अनुसार शनिवार को इन सभी गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, और इस पहल को अन्य शालाओं के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण माना जा रहा है। इस कार्यक्रम की सफलता का मुख्य कारण शिक्षकों और पालकों के बीच की सामूहिक भागीदारी है, जो एक सुदृढ़ और प्रेरणादायक शैक्षिक वातावरण बनाने में सहायक साबित हो रही है।
यह पहल न केवल सांगली के बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही है, बल्कि इस योजना को अन्य विद्यालय भी अपना रही है। यह स्पष्ट है कि इस प्रकार की गतिविधियों से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास तेजी से हो रहा है, और वे शिक्षा के साथ-साथ अपने सामाजिक कौशल को भी विकसित कर रहे हैं।
वनांचल क्षेत्र में इस तरह के आयोजन भविष्य में बच्चों के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेंगे, जिससे वे शारीरिक रूप से स्वस्थ और मानसिक रूप से सशक्त बन सकें।
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