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मोहला मानपुर विधायक निवास निर्माण स्थल पर दुर्घटना: सुरक्षा लापरवाही और मीडिया के साथ दुर्व्यवहार

NBPNEWS/ 24 सितंबर /मोहला (पानाबरस डेरा) स्थित विधायक निवास में चल रहे बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन के दौरान आज मंगलवार को एक गंभीर दुर्घटना हुई, जिसने निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं को एक बार फिर सामने ला दिया है। घटना के अनुसार, कंस्ट्रक्शन के दौरान अप लिफ्टर मिक्सचर मशीन का ब्रेक अचानक फेल हो गया, जिससे दो मजदूर गिर गए। राहत की बात यह रही कि उन्हें केवल हल्की चोटें आईं, लेकिन यह घटना कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों की भारी कमी को उजागर करती है। 

### मजदूरों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़

मौके पर मौजूद चश्मदीदों के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब लिफ्टर मिक्सचर मशीन का ब्रेक फेल हो गया और मजदूर ऊंचाई से नीचे गिर पड़े। हालांकि उनकी चोटें गंभीर नहीं थीं, लेकिन यह घटना एक बड़ी लापरवाही को दर्शाती है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि ठेकेदार और कंस्ट्रक्शन साइट पर कार्यरत कर्मचारी किसी भी प्रकार के सेफ्टी गियर का उपयोग नहीं कर रहे थे। 

निर्माण कार्यों में सेफ्टी गियर, जैसे हेलमेट, सेफ्टी बेल्ट, और प्रोटेक्टिव फुटवियर, का इस्तेमाल अनिवार्य होता है, जिससे किसी भी संभावित दुर्घटना के दौरान मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। लेकिन यहां पर ठेकेदार द्वारा ऐसी किसी भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया जा रहा था, जो मजदूरों की जान को खतरे में डालने वाला है। यह एक गंभीर प्रशासनिक और कानूनी उल्लंघन है, जिसमें ठेकेदार की जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।

###जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के घर में सुरक्षा मानकों के विपरित निर्माण, ये भी बड़ा सवाल

विधायक इंद्रशाह मंडावी के घर में सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर निर्माण कार्य किया जा रहा है, जो गंभीर सवाल खड़े करता है। विधानसभा में मजदूरों के हितों में कानून बनाने वाले अपने ही घरों में नियमों के उल्लंघन के बावजूद निर्माण जारी रखते है, जिससे जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी और नियमों की धज्जियां उड़ाने पर सवाल उठ रहे हैं। अपितु जितने भी जनप्रतिनिधि सांसद, विधायक, जिला पंचायत सदस्य, जनपद और सरपंच क्या मजदूरों के प्रति जिम्मेदारी के साथ निर्माण कार्य करवाते होंगे। ये भी बड़ा सवाल है। पर वर्तमान में मोहला मानपुर विधायक के घर में मानकों नियमों को ताक मे रखकर कराए जा रहे निर्माण और उक्त निर्माण में घटित घटना ने ये जरूर बता दिया है कि बाकी जनप्रतिनिधि ऐसा करते हैं या नहीं ये फिलहाल नहीं कह सकते लेकिन ये स्पष्ट हो गया की विधायक इंद्रशाह अपने घर में शासन द्वारा निर्धारित मापदंडों नियमों के विपरित बिना सेफ्टी के निर्माण करवा रहे थे। जिसमे दुर्घटना भी हो गई। ईश्वर की मेहरबानी राही की कोई हताहत नहीं हुआ।

### मीडिया के साथ दुर्व्यवहार

घटना की रिपोर्टिंग के लिए मौके पर पहुंचे पत्रकारों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ा। पत्रकारों ने जब इस हादसे की कवरेज करनी चाही, तो ठेकेदार संजय साहू के कर्मचारी हिरेंद्र यादव ने मीडिया कर्मियों के साथ बदसलूकी की और गाली-गलौज करते हुए वहां से भाग गया। पत्रकारों ने इस दुर्व्यवहार के खिलाफ मोहला थाना में शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में प्रेस क्लब मोहला मानपुर अं चौकी के सदस्यों ने भी ठेकेदार के कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और कल कलेक्टर मोहला के पास इस संदर्भ में शिकायत दर्ज कराई जाएगी।


### प्रशासन से कार्रवाई की मांग

यह हादसा मजदूरों के जीवन के प्रति ठेकेदारों की लापरवाही और सुरक्षा मानकों की अनदेखी को दर्शाता है। ठेकेदार द्वारा मजदूरों की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार के सेफ्टी गियर का उपयोग नहीं करना यह स्पष्ट करता है कि निर्माण कार्यों में सुरक्षा नियमों का पालन नहीं हो रहा है। यह न केवल मजदूरों की जान के साथ खिलवाड़ है, बल्कि एक कानूनी अपराध भी है। श्रम विभाग को इस मामले में तुरंत जांच कर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन हो रहा है या नहीं। विभाग को ठेकेदारों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो सुरक्षा नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। 

प्रेस क्लब मोहला मानपुर और अन्य सामाजिक संगठनों ने इस मामले को लेकर ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते इस मामले में ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो भविष्य में और भी बड़ी दुर्घटनाओं की संभावना हो सकती है। इसके साथ ही, मीडियाकर्मियों के साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर भी कड़े कदम उठाने की मांग की जा रही है, ताकि प्रेस स्वतंत्रता और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

### निष्कर्ष

यह घटना मजदूरों की सुरक्षा के प्रति गंभीरता की कमी और निर्माण स्थल पर सुरक्षा उपायों की अनदेखी को उजागर करती है। प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द जांच करें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। मजदूरों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ और मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी जैसे मामलों में किसी भी प्रकार की ढिलाई न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह समाज के समक्ष भी एक गंभीर सवाल खड़ा करता है। प्रशासनिक अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

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