Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

स्व. लाल श्याम शाह शासकीय नवीन महाविद्यालय मोहला में विश्व ओजोन दिवस का हुआ आयोजन

NBPNEWS/22 सितम्बर/मोहला मानपुर अं चौकी:
स्व. लाल श्याम शाह शासकीय नवीन महाविद्यालय मोहला के भूगोल विभाग ने 21 सितंबर 2024 को अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस का आयोजन किया। इस वर्ष की थीम "एडवांसिंग क्लाइमेट एक्शन" के तहत पर्यावरण संरक्षण और ओजोन परत के महत्व को उजागर करने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रभारी शंस्थाप्रमुख सहायक प्राध्यापक जी. पी. चंद्रवंशी और अन्य अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती और छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा-अर्चना से हुआ।

मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. रीना कोमरे उपस्थित थीं, साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में सहायक प्राध्यापक पूनम खरे, नागेश मंडावी, प्रमोद जूरेशिया और मनीषा साहू भी कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन भूगोल विभाग के श्री सुखदास साहू ने किया, जिन्होंने शुरुआत में ओजोन परत के महत्व और इसके संरक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया।

कार्यक्रम में सहायक प्राध्यापक जी. पी. चंद्रवंशी ने ओजोन परत की मानव जीवन में भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ओजोन परत सूर्य की हानिकारक किरणों से पृथ्वी की सुरक्षा करती है और इसके क्षरण से पर्यावरणीय संकट गहरा सकता है। वहीं, सहायक प्राध्यापक पूनम खरे ने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करते हुए अपने वक्तव्य में कहा कि हर व्यक्ति को अपने जीवन में छोटे-छोटे कदम उठाने चाहिए जिससे पर्यावरण को बचाया जा सके।

सहायक प्राध्यापक नागेश मंडावी ने ओजोन दिवस 2024 की थीम पर एक विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन और ओजोन परत के क्षरण के बीच संबंध पर ध्यान केंद्रित किया। इसके अलावा, भूगोल विभाग के श्री भानुप्रताप वर्मा ने ओजोन परत के इतिहास और इसके क्षरण के कारणों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने मानव के विलासिता पूर्ण जीवन शैली को ओजोन परत के क्षरण के प्रमुख कारणों में से एक बताया और इसके दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाई।

मुख्य अतिथि डॉ. रीना कोमरे ने मोहला और इसके आसपास के क्षेत्रों में पर्यावरणीय प्रदूषण और ओजोन क्षरण के प्रभावों को जोड़कर अपने विचार साझा किए। उन्होंने स्थानीय स्तर पर भी पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम में एम. ए. भूगोल और एनएसएस के विद्यार्थियों ने भाषण और कविताओं के माध्यम से ओजोन परत के संरक्षण और पर्यावरणीय जागरूकता पर अपने विचार व्यक्त किए। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर अपनी जिम्मेदारियों को समझने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पित रहने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम के अंत में श्री भानुप्रताप वर्मा ने सभी अतिथियों और उपस्थित विद्यार्थियों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम की सफलता की सराहना की। इस अवसर पर भूगोल, हिंदी और एनएसएस के विद्यार्थियों की सक्रिय भागीदारी रही।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ