Ticker

6/recent/ticker-posts

Ad Code

नशे में पिता ने पुत्र पर चाकू से किया जानलेवा हमला, बचाने आई मां भी घायल


मोहला, 16 मार्च 2025। मोहला थाना क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 16, इंदिरा आवास में शनिवार रात एक दर्दनाक घटना सामने आई। एक नशे में धुत्त पिता ने अपने ही पुत्र पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। इस दौरान बीच-बचाव करने आई पत्नी भी चाकू के वार से घायल हो गई। पुलिस ने आरोपी पिता से पूछताछ कर रही है, वहीं घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है।

घटना का पूरा विवरण

शनिवार रात करीब साढ़े 9 बजे वार्ड क्रमांक 16, इंदिरा आवास में रहने वाले मदन मंडावी और उसके पुत्र जितेंद्र मंडावी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि गुस्से में आए मदन मंडावी ने बेटे के द्वारा लाए छुरी (चाकू) से अपने बेटे पर दो बार हमला कर दिया। चाकू सीधे जितेंद्र के सीने में लगा, जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा।

बेटे पर हो रहे हमले को देखकर मदन की पत्नी कंसी मंडावी बीच-बचाव करने आई, लेकिन आरोपी ने उसे भी नहीं बख्शा और चाकू के मुठिया से वार कर दिया। कंसी गोंड के सिर में गंभीर चोट आई, जिससे वह भी घायल हो गई।

स्थानीय लोगों की सतर्कता

घटना के बाद मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत मोहला पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मोहला ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों घायलों की हालत स्थिर है, लेकिन जितेंद्र के सीने पर लगे घाव गंभीर हैं। खून रिसाव बंद न होने की वजह से मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव रेफर किया गया है ।

पुलिस की कार्रवाई

मोहला पुलिस ने घटनास्थल से आरोपी मदन मंडावी के कब्जे से हमला करने में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि पिता और पुत्र के बीच पहले भी विवाद होते रहे हैं, लेकिन इस बार मामला हिंसक हो गया। परिवार के माध्यम से रिपोर्ट दर्ज होने से आगे गंभीरता से कार्यवाही होगी।

इलाके में दहशत, पारिवारिक विवाद की गहराई से जांच जारी

इस घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। पड़ोसियों का कहना है कि मदन और उसके बेटे के बीच आए दिन छोटे-मोटे विवाद होते थे, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि मामला इस हद तक पहुंच जाएगा।

परिवार की स्थिति

स्थानीय लोगों के मुताबिक, मदन मंडावी एक दिहाड़ी मजदूर है, जबकि उसका बेटा जितेंद्र भी पान ठेला में बैठता है। कंसी मंडावी भी मजदूरी करती है। पारिवारिक आर्थिक स्थिति सामान्य है, लेकिन घरेलू कलह अक्सर बनी रहती थी।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ