NBPNEWS/मोहला मानपुर, 19 मार्च 2025।** 44वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के सामरिक मुख्यालय पानाबरस द्वारा जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के आदिवासी बहुल ग्राम कनेरी में सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों के उत्थान और समाज में जागरूकता फैलाना था।
**ग्रामीणों को वितरित किए गए उपयोगी संसाधन**
इस अवसर पर आईटीबीपी के सहायक सेनानी संतोष कुमार चौधरी, ग्राम सरपंच सुशीला बोगा और पूर्व सरपंच सरजू राणा की उपस्थिति में ग्रामीणों को उनकी दैनिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विभिन्न संसाधन वितरित किए गए। इनमें खेती के औजार—गैंती, फावड़ा, खुरपी, छाता, मच्छरदानी, स्कूल जाने वाले दूरस्थ क्षेत्र के बच्चों के लिए साइकिल और महिलाओं के लिए घरेलू उपयोगी बर्तन शामिल थे।
**नशामुक्ति और शिक्षा पर दिया गया जोर**
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संतोष कुमार चौधरी ने ग्रामीणों को नशे से दूर रहने की अपील की। उन्होंने शराब, तंबाकू और अन्य नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों के बारे में बताते हुए कहा कि यह न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य बल्कि पूरे परिवार और समाज को प्रभावित करता है।
इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों को अपने बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। उन्होंने कहा, *"पढ़ेंगे तो बढ़ेंगे। तभी आप अपने अधिकारों को जान सकेंगे और समाज में सम्मान पा सकेंगे।"*
**आईटीबीपी का ग्रामीण विकास में योगदान**
भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल न केवल सीमाओं की सुरक्षा करता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और जनकल्याण के लिए भी सक्रिय भूमिका निभाता है। इस सिविक एक्शन प्रोग्राम के माध्यम से आईटीबीपी ने फिर से यह साबित किया कि वे न केवल सुरक्षा बल हैं बल्कि समाज के हर वर्ग की भलाई के लिए भी प्रतिबद्ध हैं।
**ग्रामवासियों ने जताया आभार**
गांव के लोगों ने इस पहल के लिए आईटीबीपी और उपस्थित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों का कहना था कि इस प्रकार की योजनाएं न केवल उनकी आवश्यकताओं को पूरा करती हैं बल्कि उन्हें जागरूक और आत्मनिर्भर भी बनाती हैं।
आईटीबीपी का यह प्रयास क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
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