NBPNEWS/मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, 30 मार्च 2025। जिले में प्रस्तावित 200 बिस्तर जिला अस्पताल निर्माण टेंडर प्रक्रिया में अनियमितताओं के आरोप सामने आए हैं। इस मामले में प्रदेश स्तरीय जांच समिति गठित कर विस्तृत जांच की मांग मोहला मानपुर विधायक इंद्रशाह मंडावी द्वारा मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से की गई है।
**टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता के आरोप**
मिली जानकारी के अनुसार, सी.जी.एम.एस.सी. (छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन लिमिटेड) द्वारा 22 अगस्त 2024 को ऑनलाइन टेंडर जारी किया गया था। टेंडर सबमिट करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर 2024 और टेंडर खोलने की तिथि 13 सितंबर 2024 निर्धारित की गई थी। इस टेंडर में तीन फर्मों—रामराजा मिनरल्स एंड कंस्ट्रक्शन प्रा. लिमिटेड रायपुर, वीर प्रोजेक्ट कंपनी और नाकोड़ा कंस्ट्रक्शन दल्ली राजहरा—ने भाग लिया था।
हालांकि, टेंडर खोलने की प्रक्रिया निर्धारित तिथि 13 सितंबर 2024 को न होकर 5 दिसंबर 2024 को की गई। इस दौरान रामराजा मिनरल्स एंड कंस्ट्रक्शन और वीर प्रोजेक्ट कंपनी को तकनीकी त्रुटियों के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया। बची हुई एकमात्र फर्म नाकोड़ा कंस्ट्रक्शन को 35.65 करोड़ रुपए का ठेका दे दिया गया।
**नियमों के उल्लंघन का आरोप**
विशेषज्ञों के अनुसार, यदि किसी टेंडर प्रक्रिया में केवल एक फर्म बचती है, तो नियमतः टेंडर को निरस्त कर पुनः जारी किया जाना चाहिए। लेकिन इस मामले में सी.जी.एम.एस.सी. ने नियमों को दरकिनार कर नाकोड़ा कंस्ट्रक्शन को ठेका दे दिया, जिससे गड़बड़ी की आशंका जताई जा रही है।
**पहले भी हो चुका है टेंडर निरस्त**
सी.जी.एम.एस.सी. के अधिकारी अखिलेश तिवारी के अनुसार, इससे पहले 28 अगस्त 2023 को भी अस्पताल निर्माण के लिए टेंडर जारी किया गया था, जिसमें ठेका सुपेला मिलाई के अमित जैन को मिला था। लेकिन किसी कारणवश यह ठेका निरस्त कर दिया गया। 22 अगस्त 2024 को पुनः जारी किए गए टेंडर में नियम, शर्तों और लागत में बदलाव कर दिया गया, जो संदेहास्पद है।
**वित्तीय घोटाले की संभावना, जांच की मांग**
पहले भी कई वित्तीय घोटालों के आरोपों में रहा है, सी.जी.एम.एस.सी. जिसकी जांच केंद्र और राज्य स्तर पर जारी है। आरोप है कि इस टेंडर प्रक्रिया में भी नियमों का उल्लंघन कर वित्तीय हेराफेरी की गई है।
आपको बता दें कि जिला मुख्यालय मोहला बांधपारा में जिला अस्पताल का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जहां निर्माण कार्य के मटेरियल डंप कर कार्य अग्रसर है। पूर्व में भी निर्माण सामग्रियों में गड़बड़ी के आरोप लगे थे जिसकी सी.जी.एम.एस.सी. टीम ने निरीक्षण किया था।
इस मामले में छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को पत्र लिखकर प्रदेश स्तरीय जांच समिति गठित कर गहन जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
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