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मानपुर: लाख पालन एवं अग्निसुरक्षा कार्यशाला आयोजित, किसानों को मिले महत्वपूर्ण सुझाव

NBPNEWS/ मोहला मानपुर, 4 मार्च 2025। वनमंडल स्तरीय "लाख पालन एवं अग्निसुरक्षा कार्यशाला" का आयोजन आज मंगलवार मानपुर परिक्षेत्र में किया गया। इस कार्यशाला में वनमंडलाधिकारी मोहला, दोनों उप-वनमंडलाधिकारी, परिक्षेत्र अधिकारी, वन विभाग के कर्मचारीगण, वन प्रबंधन समिति के सदस्य एवं स्थानीय ग्रामीणों ने भाग लिया।  
कार्यशाला में लाख पालन के महत्व और तकनीकी पहलुओं पर विशेष रूप से चर्चा की गई। इस प्रशिक्षण के लिए कांकेर जिले के प्रख्यात लाख किसान नरेंद्र पटेल एवं  पुरुषोत्तम मंडावी को आमंत्रित किया गया, जिन्हें छत्तीसगढ़ सरकार और झारखंड के राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।  
#### **लाख पालन को प्राथमिक आय का साधन बनाने पर जोर**  
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, जिसके बाद उप-वनमंडलाधिकारी मानपुर ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। विशेषज्ञों ने लाख पालन की आधुनिक तकनीकों, क्लस्टर फार्मिंग के फायदों और इसे किसानों की "द्वितीय आय से प्राथमिक आय" बनाने के उपायों पर जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि लाख पालन को वनों की सुरक्षा से जोड़कर किस प्रकार अधिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।  

विशेषज्ञों ने कांकेर क्षेत्र में लाख पालन के सफल उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बताया कि व्यक्तिगत प्रयास की बजाय समूह में कार्य करने से यह अधिक लाभदायक हो सकता है।  
#### **वन विभाग का सहयोग एवं प्रूनिंग का महत्व**  
वनमंडलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित समिति सदस्यों और ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वन विभाग इस कार्य में उनका पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने बताया कि लाख पालन कम लागत में अधिक मुनाफा देने वाला व्यवसाय है, जिसे पारंपरिक खेती के साथ अपनाकर आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है।  

कार्यशाला के दौरान कुसुम वृक्षों की "प्रूनिंग तकनीक" पर भी प्रशिक्षण दिया गया। विशेषज्ञों ने समझाया कि सही तरीके से प्रूनिंग करने से लाख उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा बढ़ाई जा सकती है, जबकि गलत प्रूनिंग से उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।  
#### **अग्निसुरक्षा पर विशेष ध्यान**  
लंच के बाद **अग्निसुरक्षा** पर विशेष सत्र आयोजित किया गया, जिसमें मानपुर उप-वनमंडल के सुरक्षा श्रमिकों एवं अग्नि प्रहरियों को वनमंडलाधिकारी ने संबोधित किया। उन्होंने जंगलों में लगने वाली आग की घटनाओं को रोकने के लिए *ग्राम सरपंचों और पटेलों के साथ बैठकें आयोजित करने* पर जोर दिया।  
इस दौरान स्थानीय समुदाय के लोगों ने आग की घटनाओं को रोकने के लिए विभाग के साथ सहयोग करने की सहमति व्यक्त की। वनमंडलाधिकारी ने सभी ग्रामीणों से अपील की कि वे अपने आसपास के वन क्षेत्रों की सुरक्षा में योगदान दें और आग की घटनाओं को रोकने में सतर्कता बरतें।  

### **निष्कर्ष**  
इस कार्यशाला ने लाख पालन को ग्रामीण अर्थव्यवस्था के मजबूत विकल्प के रूप में प्रस्तुत किया और वनों की सुरक्षा पर जागरूकता बढ़ाई। स्थानीय ग्रामीणों ने कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी बताते हुए भविष्य में ऐसे आयोजनों की आवश्यकता पर बल दिया।

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