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आईटीबीपी द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम: ग्रामीणों को खेती बाड़ी के सामान व साईकिल का वितरण

नरेश बोगाजी की रिपोर्ट
NBPNEWS/मोहला मानपुर, 7 मार्च 2025। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) की 38वीं वाहिनी पल्लेमाड़ी कैम्प द्वारा सामाजिक दायित्वों के निर्वहन और ग्रामीण उत्थान को ध्यान में रखते हुए ग्राम कट्टापार और ढुलकी में सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्रामीणों को खेती- बाड़ी के औजार गैती फावड़ा खुरपी और छाता तथा बालिकाओं को साईकिल तथा विकलांगजनों के लिए ट्राईसाईकिल का वितरण किया गया। डॉ. राजबीर सिंह ,उप- सेनानी , 38 वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के द्वारा नशामुक्ति के विषय पर ग्रामीणों को नशा से दूर रहने हेतु आहवान किया। 
गांवों को मिली बड़ी सौगात
इस कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम कट्टापार और ढुलकी के ग्रामीणों को खेती- बाड़ी के औजार गैती फावड़ा खुरपी और छाता तथा बालिकाओं को साईकिल तथा विकलांगजनों के लिए ट्राईसाईकिल का वितरण किया गया।
नशा मुक्ति अभियान के तहत किया गया जागरूक
आईटीबीपी द्वारा इस अवसर पर ग्रामीणों को नशा मुक्त जीवन जीने के लिए प्रेरित किया गया। डॉ. राजबीर सिंह ,उप- सेनानी , 38 वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के द्वारा नशामुक्ति के विषय पर ग्रामीणों को नशा से दूर रहने हेतु आहवान किया। नशे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया और युवाओं से आग्रह किया कि वे तंबाकू, शराब और अन्य नशीले पदार्थों से दूर रहें। ग्रामीणों को यह समझाया गया कि नशा न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि परिवार और समाज को भी प्रभावित करता है।  
आईटीबीपी और पशु चिकित्सकों ने किया ग्रामीणों के बीमार पशुओं का इलाज, दवाइयों का भी किया वितरण
भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें पशु चिकित्सकों की टीम ने बीमार पशुओं का इलाज किया और आवश्यक दवाइयों का वितरण किया।  

इस शिविर के दौरान पशुपालकों को उनके पशुओं की देखभाल और पोषण से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं। विशेषज्ञों ने पशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाने के उपाय और उनकी रोकथाम के लिए आवश्यक सावधानियों पर विशेष रूप से जोर दिया।  

पशु चिकित्सकों ने ग्रामीणों को बताया कि संतुलित आहार, नियमित टीकाकरण और स्वच्छता के जरिए पशुओं को स्वस्थ रखा जा सकता है। उन्होंने पशुओं में सामान्य तौर पर होने वाली बीमारियों और उनके लक्षणों की पहचान करने के तरीके भी समझाए, ताकि समय रहते उचित इलाज कराया जा सके।  

सिविक एक्शन कार्यक्रम का महत्व
आईटीबीपी द्वारा समय-समय पर सिविक एक्शन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनका उद्देश्य दूरदराज के ग्रामीण इलाकों में बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराना और लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है। इन कार्यक्रमों से सुरक्षा बलों और स्थानीय समुदाय के बीच आपसी विश्वास भी बढ़ता है।  
ग्रामीणों ने जताया आभार
कट्टापार और ढुलकी के ग्रामीणों ने इस सहयोग के लिए आईटीबीपी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह पहल उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होगी। 
निष्कर्ष
आईटीबीपी की 38वीं वाहिनी का यह सिविक एक्शन कार्यक्रम न केवल ग्रामीणों के जीवन स्तर को सुधारने में सहायक साबित होगा, बल्कि नशा मुक्ति अभियान से सामाजिक जागरूकता भी बढ़ेगी। इस प्रकार के प्रयास सुरक्षा बलों और आम जनता के बीच बेहतर संबंध स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।





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